पृथ्वी जम चुकी है और बची-खुची मानवजाति ज़िंदा है दुनिया का चक्कर लगाती हुई एक बड़ी ट्रेन पर, जहां जद्दोजहद हो रही है आपस में मिलकर रहने की.
Season 3
E1.कछुआ और खरगोश
E2.आखिरी ज़िंदा चीज़
E3.पहला हमला
E4.एक ट्रैक से जुड़े हुए
E5.एक नई ज़िंदगी
E6.ज़ख्मी बने रहना
E7.ऑरोबोरोज़
E8.सब ठीक होना
E9.उम्मीद की किरण
E10.पैदाइशी पापी